कुबेर मंत्र साधना
कुबेर Kubera देव को धन का देवता माना जाता है। वे देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं, इनकी कृपा से किसी को भी धन प्राप्ति के योग बन जाते हैं।
कुबेर को प्रसन्न करने का सुप्रसिद्ध मंत्र है.
मंत्र सिद्ध कुबेर माला से जाप करते समय अपने सामने मंत्र सिद्ध कुबेर यंत्र एक कौड़ी (धनलक्ष्मी कौड़ी) रखें। तीन माह के बाद प्रयोग पूरा होने पर इस कौड़ी को अपनी तिजोरी या लॉकर में रख दें। ऐसा करने पर कुबेर देव की कृपा से आपका लॉकर कभी खाली नहीं होगा। हमेशा उसमें धन भरा रहेगा।
भगवान कुबेर के किसी मंत्र का जाप करने से पहले उनकी कुबेर मुर्ति या कुबेर यंत्र के सामने शुद्ध देसी घी का दीपक अवश्य जलाएं। इससे दोगुना लाभ होगा।
दिन में कम से कम 5 माला मंत्र का अवश्य जपें। इससे भगवान कुबेर प्रसन्न होंगे।
इससे आपको कभी अन्न और धन की कमी नहीं होगी।
भगवान कुबरे की कृपा पाने के लिए उन्हें पीले रंग का रेशमी वस्त्र पहनाएं। साथ ही उन्हें बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाएं।
इस प्रकार है-
कुबेर देव का मंत्र: -1
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।
यह देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव का अमोघ मंत्र है। इस मंत्र का तीन माह तक रोज 108 बार जप करें।मंत्रोच्चारण के बाद इन कौड़ियों को एक लाल रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रख लें। इससे धन की वृद्धि होगी।
2- मंत्र
ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:। मंत्र का जाप सबसे ज्यादा लाभकारी होता है।
2.पूरे दिन में बस एक बार इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं। अगर इसका जप लाल चंदन की माला से किया जाए तो ज्यादा शुभ होगा।